कार्ास्थल पर लैंगिक एवं जातीर् चुनौगतर्ााँ: अनुसूगचत जागत की मगिलाओं का समाजशास्त्रीर् अध्यर्न
Keywords:
जातीय भ़ेदभाि, लैंवगक असमानता, अनुसूवित जावत, काययस्थल, सामावजक न्मायAbstract
भारतीय समाज में लैंवगक एिं जातीय भ़ेदभाि एक गंभीर समस्या है जो विश़ेष रूप स़े अनुसूवित जावत की मवहलाओं को काययस्थल पर दोहऱे भ़ेदभाि का सामना करऩे पर मजबूर करती है। प्रस्तुत अध्ययन का उद्द़ेश्य काययस्थल पर अनुसूवित जावत की मवहलाओं की सामावजक-आवथयक स्थस्थवत एिं उनक़े द्वारा झ़ेली जाऩे िाली िुनौवतयों का विश्ल़ेषण करना है। इस अध्ययन में वमवश्रत अनुसंधान पद्धवत का उपयोग करत़े हुए 400 अनुसूवित जावत की काययरत मवहलाओं स़े प्राथवमक आंकड़े एकवित वकए गए हैं। पररकल्पना क़े अनुसार काययस्थल पर अनुसूवित जावत की मवहलाओं को सामान्म िगय की मवहलाओं की तुलना में अवधक भ़ेदभाि का सामना करना पडता है। अध्ययन क़े पररणामों स़े पता िलता है वक 78% अनुसूवित जावत की मवहलाएं काययस्थल पर जातीय भ़ेदभाि का अनुभि करती हैं जबवक 65% को ि़ेतन संबंधी असमानता का सामना करना पडता है। ििाय में यह स्पष्ट होता है वक सामावजक पदानुक्रम एिं वपतृसत्तात्मक व्यिस्था क़े कारण अनुसूवित जावत की मवहलाओं की स्थस्थवत अत्यंत संकटपूणय है। वनष्कषय में सुझाि वदया गया है वक सरकारी नीवतयों में सुधार एिं जागरूकता अवभयान क़े माध्यम स़े इस समस्या का समाधान संभि है।