रायपुर जिले में छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी जिपणन संघ द्वारा धान की खरीद और भंडारण प्रजिया का जिश्लेषण
Keywords:
CG MARKFED, धान खरीदी, संग्रहि प्रणिया, न्यूनतम समर्थान मूल् (MSP), छत्तीसगढ़, रायपुर, सरकारी खरीद प्रिाली, णकसानों की संतुणष्ट.Abstract
इस अध्ययन में रायपुर णजले में छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी णवपिन संघ (CG MARKFED) द्वारा संचाणलत धान की खरीदी एवं संग्रहि प्रणिया का णवश्लेषि णकया गया है। अध्ययन का मुख्य उद्देश्य धान खरीदी एवं संग्रहि प्रिाली की प्रभावशीलता का मूल्ांकन करना और इसमें आने वाली समस्याओं की पहचान कर समाधान सुझाना है। यह शोध विाात्मक (Descriptive) और तथ्यात्मक (Empirical) अनुसंधान णवणधयों पर आधाररत है, णजसमें प्रार्थणमक और णद्वतीयक डेटा का उपयोग णकया गया। प्रार्थणमक डेटा के णलए रायपुर णजले के 50 णकसानों से साक्षात्कार णलया गया, णजसमें न्यूनतम समर्थान मूल् (MSP), भुगतान प्रिाली, और सरकारी खरीद प्रणिया से संबंणधत प्रश्न पूछे गए। सार्थ ही, CG MARKFED अणधकाररयों के सार्थ चचाा और धान खरीदी केंद्ों का प्रत्यक्ष णनरीक्षि णकया गया। णद्वतीयक डेटा के रूप में सरकारी ररपोटों, CG MARKFED की वाणषाक ररपोटों और संबंणधत शोध पत्ों का अध्ययन णकया गया। पररिामों से पता चला णक वषा 2010 से 2011 के बीच धान खरीदी की मात्ा में 10% वृद्धि हुई, जबणक संग्रहि क्षमता में 12.5% वृद्धि दजा की गई। इसी अवणध में न्यूनतम समर्थान मूल् ₹1000 से बढ़कर ₹1030 प्रणत णवंटल हो गया, णजससे णकसानों की आय में सुधार हुआ। भुगतान प्राप्त करने की अवणध 20 णदनों से घटकर 15 णदन हो गई, णजससे णकसानों की आणर्थाक द्धिरता बढ़ी। इसके अलावा, सरकारी खरीद प्रिाली से संतुष्ट णकसानों की संख्या 70% से बढ़कर 80% हो गई, णजससे यह स्पष्ट होता है णक CG MARKFED की नीणतयााँ णकसानों के णलए लाभकारी णसि हो रही हैं। हालााँणक, अध्ययन में यह भी सामने आया णक बढ़ती धान खरीदी से संग्रहि प्रिाली पर दबाव बढ़ रहा है, णजससे भणवष्य में भंडारि से जुडी समस्याएाँ उत्पन्न हो सकती हैं। अतः, सरकार को संग्रहि सुणवधाओं के णवस्तार और भुगतान प्रिाली को और अणधक प्रभावी बनाने के णलए नीणतगत सुधारों की आवश्यकता है।










